LASSION-9 Computer Date=22/07/2022
कोबोल(Cobol : Common Business Oriented Language)
कोबोल भी एक उच्च स्तरित कंप्यूटर की भाषा है,पर बेसिक और कोबोल में बहुत अंतर है,बेसिक ‘इंटर प्रिंट है जबकि कोबोल ‘कम्पाइलर’ है /
इसलिए कोबोल का प्रयोग व्यापारिक संस्थाओं द्रारा अधिक मात्रा में किया जाता है,इस की विशेषताए.....
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कोबोल एक व्यवस्थित और विशेष
प्रकार के पदानुक्रम में काम करने वाली भाषा है,इसे काफी सुक्षम स्तर पर विभाजित
किया जा सकता है /
· कंप्यूटर का वास्तिविक प्रयोग डाटा प्रोसेसिंग के लिए किया जाता है,इन में अन्य भाषा की तरह क्रमबध्द रूप में आंकड़ो का प्रयोग करते है,उदहारण के रूप में देखे –
खाता
संख्या – 786, 795, 798, 801
नाम – राहुल सनी, आँचल
वर्मा, फुल्की गुप्ता, कर्ष्णा तरुण
शेष
राशी – 1050-00, 5045-00, 7040-00,
90160-00
इसमे आंकड़ो के प्रस्तुतिकरण का कर्म निम्न होता है –
फाइन-रिकार्ड-आंकड़ो
रिकार्डो के समूह को फाइल कहा जाता है /
सी (C)
-: कंप्यूटर की विलक्षण प्रोग्रामिंग
भाषा का नाम सी है,’बी’ भाषा यानी ‘Basic Combined Programming Language BCPL.” की ही उपज है,1960 में इसे विकसित किया गया /
इसको डेनिस रित्वी ने परिमार्जित किया और 1972
में बेल प्रयोगशाला में प्रयोग किया, इसी सुधारे संस्करण का नाम ‘C’ पड़ा /
उसका बाद यूनिक्स आपरेटिंग व्यवस्था के साथ विकसिक होता
रहा यूनिक्स के साथ इसका गहरा सम्बन्ध है,अनेक वर्षा तक ‘सी’ भाषा का प्रयोग
शैक्षणिक कार्यो में होता रहा है /
बाद में भी कम्पाइलर को व्यवसायिक उदेश्य के लिए जारी किया गया,इसे
यूनिक्स की लोकप्रियता बढ़ी कंप्यूटर व्यवसायियो ने भी इसका भरपूर स्वागत किया /
एमएस-डास साहित अनेक आपरेटिंग सिस्टम में इसका व्यापक उपयोग
आरम्भ हुआ /
‘सी’ भाषा की विशेषताए -:
‘सी’ भाषा के प्रोग्राम काफी तेजी से होता है,इसकी वजह से ‘सी’ में विभिन्न प्रकार के आंकड़ो और शक्तिशाली आपरेशनो को पूरा करने की क्षमता है /
यह
बेसिक से कई गुना तेज होता है,एक सेकेण्ड में 0 से 1500 के गुणकों से
अपने प्रोग्राम को बढ़ा सकता है,जबकि यही कार्य बेसिक 50 सेकेण्ड में करता है /
आपरेटर जटिल से जटिल
प्रिग्राम को आसानी से लिख सकते है,उच्च स्तरीय भाष के सभी गुण है,अत: यह सिस्टम
साफ्टवेयर से लेकर पैकेज सौफ्टवेयर में आसानी से लिख सकता है /
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